अब बड़े ड्रग्स कार्टेल पर 'स्ट्राइक'की तैयारी : अमित शाह
Written By : Romi KIndo
नई दिल्ली : कश्मीर में आतंकवाद पर लगाम लगाने,नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को अंतिम अंजाम तक पहुंचाने और पूर्वोत्तर के अलगाववादी संगठनों को मुख्य धारा से जोड़ने के बाद मोदी सरकार ड्रग्स की समस्या के खिलाफ अंतिम लड़ाई की तैयारी में जुटी है। इसके तहत अगले कुछ महीने जमीनी स्तर पर ड्रग्स सप्लाई करने वालो से लेकर बड़े कार्टेल के खिलाफ एक साथ कार्रवाई जाएगी।
केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि पिछले पांच-छह वर्षो में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई का आधारभूत ढांचा तैयार कर लिया गया है। और अब बड़े ड्रग्स कार्टेल पर 'स्ट्राइक' का समय आ गया है। दैनिक जागरण के साथ लम्बी चर्चा में उन्होंने घुसपैठ,तीन नए कानून,नक्सलवाद,आतंकवाद जैसे मुद्दों पर सरकार के प्रयासों के बारे में बताया और कहा कि नियंत्रण के लिए बल्कि निदान के लिए काम करती है।
इसी क्रम में उन्होंने घुसपैठ के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी संकेत दिए और कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है। हर घुसपैठिये को वापस भेजा जाएगा। अमित शाह के अनुसार,किसी भी समस्या से लड़ाई लड़ने के लिए सबसे जरुरी लड़ाई का आधारभूत ढांचा तैयार करना है और पिछले छह सालो में यह ढांचा बनकर तैयार है। इसके तहत थाने से लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो तक समन्वय,सूचनाओं का रियल टाइम आदान-प्रदान और उनके आधार पर कार्रवाई का पूरी प्रणाली खड़ी हो गयी है।
हर पुलिस स्टेशन में एसएफएल की किट दिया है,जिससे ड्रग्स की जांच मिनटों में हो जाती है। इससे पहले महीनो लग जाते थे और रिपोर्ट नहीं आने के कारण आरोपी को कामनात मिल जाती थी। एक कोऑर्डिनेटेड प्रयास से इंफ्रास्टक्चर तैयार किया है। राष्ट्रीय स्तर पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को मजबूत किया गया है। एनसीबी में 536 नए पद सृजित किये गए और पुरे देश में 21 नए ब्रांच खोले गए।
एनसीबी की तर्ज सभी राज्यों में राज्य एनसीबी का गठन किया गया है। सिर्फ केरल और बंगाल दो ऐसी राज्य बचे है,जिनमे राज्य एनसीबी का गठन नहीं हुआ है। गृह मंत्री के अनुसार ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए जिला,राज्य से लेकर केंद्र के स्तर पर सम्न्बंधित विभागों के बीच समन्वय के लिए एनकोर्ड का गठन किया गया है।
टिप्पणियाँ