एक और हवाई हादसा
अहमदाबाद में भयावह विमान हादसे के एक सप्ताह के अंदर उत्तराखंड में गौरी कुंड के पास एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटना ग्रस्त हो जाने से पायलेट समेत सात लोगो की मौत
Written By ; Romi kindo
पिछली सुबह, 15 जून 2025 को, उत्तराखंड के केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रही एक हेलीकॉप्टर में सवार सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इसमें एक पायलट, एक बच्चा और पांच तीर्थयात्री शामिल थे। उडान भरने के कुछ ही मिनटों में यह हेलीकॉप्टर गौरिकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आग लग जाने के कारण सभी की मौत हो गई ।
ऐसा लगता भी है क्योकि पायलट बहुत अनुभवी थे,लेकिन प्रश्न यह है की खराब मौसम क्र बाद भी हेलीकाप्टर को उड़ान भरने की अनुमति क्यों दी गयी ?क्या हेलीकाप्टर सेवा उपलब्ध कराने वाली आर्यन एविएशन निर्धारित मानकों का पालन नहीं कर रही थी।इसका उत्तर इसीलिए मिलना चाहिए,क्योकि यह पाया जा चूका है कि विमान सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां निर्धारित मानकों को अनदेखी कर रही है।
इसके लिए उनपर जुर्माना भी लगाया गया था,जुर्माना आर्यन एविएशन समेत कुछ और कपंनियो पर लगा था,क्योकि वे मानकों को अनदेखी करने के साथ और भी गड़बड़िया कर रही तह। क्या जुर्माना लगाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली गयी ?इसका जवाब डीजीसीए केंद्र सरकार के साथ उत्तराखंड सरकार को देना होगा। देश में हेलीकाप्टर सेवाएँ देने वाली निजी कम्पनिया पहले भी कटघरे में खड़ी जा चुकी है,ठीक वैसे ही विमान कम्पनिया।
स्पष्ट है की विमान और हेलीकाप्टर सेवाएं देने वाली कम्पनियो की निगरानी बढ़ाना अतिआवश्यक है,इसकी पूर्ति प्रथमिकता और पूरी गंभीरता से की जानी चाहिए।एक ऐसे समय जब विमानों और हेलीकाप्टर से यात्रा करना आवश्यकता बन गयी है तब इस तरह के हादसे लोगो के मन में हवाई यात्रा के प्रति शंका पैदा करने वाले है।
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