17 साल बाद सौरव गांगुली का छलका दर्द,बोले-ऐसा न होता तो मेरे नाम 50 से ज्यादा शतक होते
Written By : Romi Kindo
अपने जमाने में बाए हाथ के दिग्गज बल्लेबाज सौरव गांगुली को अपने करियर में कई शतक चुकने का अपसोस है,दरअसल, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अंतररास्ट्रीय क्रिकेट में 38 शतक जमाए है,लेकिन उन्हें यह संख्या पसंद नहीं है।
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भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (PTI) |
अपने जमाने में बाए हाथ के दिग्गज बल्लेबाज सौरव गांगुली को अपने करियर में कई शतक चुकने का अपसोस है,दरअसल, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अंतररास्ट्रीय क्रिकेट में 38 शतक जमाए है,लेकिन उन्हें यह संख्या पसंद नहीं है। लेकिन उन्हें यह संख्या पसंद नहीं है. गांगुली ने 311 वनडे इंटरनेशनल और 113 टेस्ट मैच खेले. इंटरनेशनल करियर में उन्होंने कुल मिलाकर 18575 रन बनाए.गांगुली ने यह अफ़सोस तब जाहिर किया जब उनसे पूछा गया कि वह पुराने गांगुली को क्या सलाह देना चाहेंगे।
17 साल बाद छलका दर्द
गांगुली ने पीटीआई से एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं कई बार शतक लगाने से चूक गया, मुझे और अधिक रन बनाने चाहिए थे. मैंने कई बार 90 और 80 रन बनाए.’ गांगुली केआंकड़ों पर गौर करे तो पता चलता है कि वह 30 बार 80 के स्कोर से आगे है बढे और शतक पूरा करने पहले ही आउट हो गए। अगर वह इन पारियों को शतक में बदलने में सफल रहते है तो उनके नाम पर 50 से अधिक शतक दर्ज होते। बता दे कि गांगुली ने 2008 में आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था,उसके बाद उन्होंने सन्यास का ऐलान कर दिया था।
गांगुली जब अकेले होते है तो उन्हें उन पारियां देखना पसंद है,इससे उन्हें यह याद आता है कि वह और अधिक शतक बनाने के कितने करीब थे,उन्होंने कहा,मै अपनी बल्लेबाजी की वीडियो तब देखता हूँ जब अकेले होता हूँ। गांगुली ने कहा कि जब मेरी पत्नी घर पर नहीं होती है क्योंकि सना लन्दन में रहती है मई यूट्यूब पर जाता हूँ और देखता हूँ और खुद से कहता हूँ अरे फिर 70 रन से आउट हो गए। मुझे शतक बनाना चाहिए था लेकिन अब आप इसे बदल नहीं सकते। 'गांगुली' ने वनडे में 72 और टेस्ट क्रिकेट में 35 अर्धशतक लगाए है,गांगुली ने अपना आखिरी इंटनेशनल मैच (टेस्ट)नवंबर 2008 में खेला था।
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